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बवासीर में चावल खाना चाहिए या नहीं – Good Health Tips 4U

बवासीर में चावल खाना चाहिए या नहीं: इस पोस्ट बवासीर के मरीजों द्वारा पूछे गए के प्रश्न को लिया गया है, जिसमें हम आपको बताएँगे कि बवासीर के रोगियों को चावल खाने चाहिए अथवा नहीं, इसलिए अगर आप भी यह जानना चाहते है तो कृपया हमारे साथ इस पोस्ट में बने रहे।

बवासीर-में-चावल-खाना-चाहिए-या-नहीं (1)

बवासीर में चावल खाना चाहिए या नहीं

अस्वस्थ लाइफस्टाइल और गलत खान-पान के चलते हमारे शरीर में कई प्रकार की शारीरिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का खतरा बना रहता है, बवासीर भी उन्हीं बिमारियों में से एक हैं। बवासीर को अंग्रेजी में पाइल्स के नाम से भी जाना जाता है। बवासीर बहुत ही पीड़ादायक बीमारी है जिसमें व्यक्ति को चलने, उठने, बैठने और मल त्याग करने में तकलीफ का सामना करना पड़ता है।

बवासीर यानी कि पाइल्स गुदा और मलाशय की नसों में सूजन की वजह से होता है। बवासीर दो तरह की होती है खुनी बवासीर, मस्सा बवासीर। जिन लोगों को बवासीर की प्रोब्लम रहती है उनके सामने खान पान को लेकर बड़ी चुनौती रहती है। क्योंकि बवासीर के रोगी को अपने खान-पान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। ऐसे में उन्हें पता होना चाहिए कि उन्हें बवासीर में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं।

आज हम इसी से संबंधित विषय पर यह पोस्ट लेकर आये है जिसमें हम आपको बताएँगे कि बवासीर में चावल खाना चाहिए या नहीं, क्योंकि बवासीर के कई रोगियों के मन में यह सवाल रहता है कि क्या हम बवासीर की बीमारी के दौरान चावल खा सकते है अथवा नहीं। तो हमारे साथ इस पोस्ट में बने रहिये, क्योंकि आपके इस संकोच को हम इस पोस्ट के माध्यम से दूर करने वाले हैं।

बवासीर से पीड़ित व्यक्ति के लिए सफेद चावल के बजाय भुरे रंग के चावल यानी कि ब्राउन राइस का सेवन करना लाभकारी होता है क्योंकि भुरे रंग के चावल आसानी से पच जाते हैं बवासीर के रोगियों को साबुत अनाज का सेवन करने की सलाह दी जाती है ब्राउन राइस भी तो साबुत अनाज में सम्मिलित हैं। साबुत अनाज यानी कि ब्राउन राइस में फाइबर अच्छी मात्रा में पाया जाता है जो कि मल को नरम करता है जिससे बवासीर के दौरान मल त्याग करने में परेशानी नहीं होती है। सफेद रंग के चावल पाडिश्ड होते हैं और आसानी से पचते नहीं है जिससे बवासीर के रोगियों को मल त्याग करने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है।

सफेद चावल की अपेक्षा भुरे रंग के चावल में आयरन, जिंक, फाइबर, फास्फोरस, कार्बोहाइड्रेट, फैटी एसिड, विटामिन बी 6, मैग्जीन जैसे पोषक तत्व दुगुनी मात्रा में पाये जातें हैं। इसलिए बवासीर के रोगियों को सफेद चावल की जगह ब्राउन राइस यानी कि भुरे रंग के चावल सेवन करना फायदेमंद होता है।

इस पोस्ट के जरिए हमारे द्वारा साझा की गई जानकारी के द्वारा आपको पता चल ही गया होगा कि बवासीर में चावल खाना चाहिए या नहीं, परंतु बवासीर से पीड़ित व्यक्ति को भुरे रंग के चावल का ही सेवन करना चाहिए। बवासीर के रोगियों अपने डेली के रुटीन पर ध्यान देकर बवासीर में होने वाली समस्या से राहत पा सकते हैं।

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