
थायराइड में कौन सा जूस पीना चाहिए – Good Health Tips 4U
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थायराइड में कौन सा जूस पीना चाहिए: आज के समय में कई लोग थाइरोइड जैसी कई बीमारियों से जूझ रहे हैं। थायराइड में वजन बढ़ने के साथ-साथ हार्मोन्स भी असंतुलित हो जाते हैं। पहले के समय में कहा जाता था कि किसी से बीमारी की समस्या 40 वर्ष की उम्र के बाद के लोगों में होती है। लेकिन आज तो किसी भी उम्र के व्यक्ति को बीमारियां अपनी चपेट में ले रही हैं उन्हीं में से थायराइड भी एक है। थायराइड की बीमारी से पुरुषों की अपेक्षा महिलाएं बहुत अधिक पीड़ित है।
आपको बता दे कि थायराइड की बीमारी में यदि अपने खानपान पर अधिक ध्यान दिया जाये तो इसे नियंत्रित किया जा सकता है,आज की पोस्ट में हम आपको यह बताने वाले है कि थायराइड में कौन कौन से जूस पीना चाहिए, जो कि आपके शरीर में थायराइड हार्मोन्स को नियंत्रित रखे और आप स्वस्थ रहे। यहाँ हम आपको कुछ फलों और कुछ हरी सब्जियों के जूस के बारे में विस्तार से बताएँगे, जिनके जूस का सेवन करना आपके लिए लाभकारी होगा।

थायराइड में कौन सा जूस पीना चाहिए
आइये जानते है कि आपको थायराइड की बीमारी में कौन कौन से जूस पीना चाहिए, जो आपके स्वास्थ के लिए लाभकारी सिद्ध हो सकते है और आपको थायराइड की बीमारी से जल्द निजाद दिला सकते है।
लौकी का जूस
लौकी का जूस सेहत के लिए अच्छा होता है साथ में लौकी में एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। लौकी का जूस शरीर से टॉक्सिन पदार्थों को बाहर निकलता है। सुबह खाली पेट एक गिलास लौकी का जूस का सेवन करने से थायराइड से छुटकारा पा सकते है। लौकी में क्षार होने की वजह से यह के मरीजों के लिए भी फायदेमंद होता है।
इसके अलावा आपको सेब, चुकंदर, अनानास, गाजर और डंठल सेलरी इन सबके मिश्रण से बना जूस का सेवन करना चाहिए, इस जूस को आप घर पर आसानी से बना सकते हैं। इसकी जानकारी आपको विस्तार से निचे दी गयी है।
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इसके लिए आपको इन चीजों की जरूरत होगी।
- आधा अनानास
- एक चुकंदर
- एक सेब
- एक गाजर
- दो डंठल सेलरी
अनानास
अनानास में मैग्नीज और विटामिन सी की अधिक मात्रा पाई जाती है। मैग्नीज और विटामिन सी हमारे शरीर को फ्री रेडिकल से होने वाले नुकसान से न केवल बचाने बल्कि थायराइड के दौरान होने वाली थकान को दूर करने में मदद करते हैं। अनानास में एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी तत्व पाए जाते हैं जो साथ ही थायराइड हार्मोन को नियंत्रित करने का काम भी करते हैं।
चुकंदर
चुकंदर विटामिन बी, विटामिन सी, फास्फोरस, आयरन, कैल्शियम, प्रोटीन, एंटी ऑक्सीडेंट और फाइबर से भरपूर होने के कारण थायराइड में फायदेमंद साबित होता है। यदि आपको जल्दी थकान होती है चुकंदर को जूस या सलाद के रूप में लेने से आपको फायदा मिलेगा।
सेब
सेब में फाइबर और पेक्टिन होने की वजह से यह शरीर विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है जो भी थायराइड ग्रंथि को अच्छी तरह से काम करने में सहायक होता है।
गाजर
गाजर में भरपूर मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट और बीटा कैरोटीन पाए जाने की वजह से थायराइड हार्मोन को नियंत्रित करने में मदद करता है।
सेलरी
सेलरी में कैल्शियम, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, कैल्शियम, विटामिन ए और विटामिन सी जैसे जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं जिसकी वजह से इम्यून अच्छा लगता है और थायराइड हार्मोन भी नियंत्रित रहता है।
जूस बनाने की विधि
- बनाने के लिए हमें इन सभी फलों को अच्छी तरह से धो लेना चाहिए।
- धोने के बाद इन सभी चीजों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटें।
- काटने के बाद इन सभी को मिक्सी में डालकर जूस बना ले।
- इस जूस का नियमित सेवन करें।
आपको समझ आ ही गया होगा कि थायराइड के मरीजों को लौकी का जूस और सेब, चुकंदर, अनानास, गाजर और डंठल सेलरी इन सबके मिश्रण से बना जूस का सेवन करें ताकि आपका थायराइड कंट्रोल रहे और थायराइड से संबंधी कोई समस्या का सामना न करना पड़े। तो हमे उम्मीद है आपको हमारी यह जानकारी उपयोगी लगी होगी।
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