
महिलाओं में थायराइड के साइड इफेक्ट – महिलाओं को गर्भावस्था में थायराइड प्रभाव
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महिलाओं में थायराइड के साइड इफेक्ट: कई बार हमारे शरीर में ऐसी समस्याएं उत्पन्न हो जाती है जिनसे हम अनजान होते हैं। कुछ ऐसी बीमारियां होती है जो महिलाओं में अधिक देखी जाती है उनमें से थायराइड की समस्या एक है। हमारे गले में एक ग्रंथि होती है जो हमारे गले के आगे के हिस्से में होती है जिसे हम थायराइड ग्रंथि कहते है। थायराइड ग्रंथि हमारे शरीर के तापमान, हृदय गति और रक्तचाप को नियंत्रित करने का काम करती है।
थायराइड की बीमारी से ज्यादातर महिलाएं पीड़ित होती है। किसी ना किसी कारण के चलते महिलाएं इसे नजर अंदाज कर देती है। थायराइड दिल, दिमाग, स्किन और बालों पर सीधा प्रभाव डालता है। थायराइड ग्रंथि में आई गड़बड़ी के कारण के T3 और T4 हार्मोन का उत्पादन अधिक होने लगता है तो शरीर में उर्जा का उत्पादन अधिक होने लगता है इसे हाइपरथायरायडिज्म कहते हैं। यह समस्या पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में अधिक देखी जाती है। थायराइड हार्मोन का उत्पादन कम होने लगता है तो इसे हाइपोथायरायडिज्म कहा जाता है।

इस लेख में हम महिलाओं में थायराइड से होने वाले साइड इफेक्ट और साथ ही महिलाओं को गर्भावस्था में थायराइड से पड़ने वाले प्रभावों पर चर्चा करेंगे, अगर आप एक महिला है और आप थायराइड की मरीज है तो आप इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़े।
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महिलाओं में थायराइड के लक्षण
- वजन का अधिक होना
- थकान होना
- ज्यादा ठंड लगाना
- ड्राई स्किन
- कब्ज
- मांस पेशियों में कमजोरी
- बालों का पतला होना
- अनियमित मासिक धर्म
- हार्टबीट कम होना
- चेहरे पर सूजन
- आवाज बैठना
- याददाश्त कमजोर होना
- अवसाद
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महिलाओं में थायराइड के साइड इफेक्ट
महिलाओं में पुरुषों की तुलना में चार गुना अधिक थायराइड विकारों का खतरा रहता है।
- शरीर थायराइड हार्मोन कम होने का सीधा असर महिलाओं के मासिक धर्म पर पड़ता है। थायराइड की समस्या से पीड़ित कई महिलाओं और लड़कियों के पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं। शरीर में थायराइड हार्मोन हो जाने की वजह से मासिक धर्म कम और ब्लीडिंग ज्यादा हो सकती है या तो फिर पीरियड्स बंद हो जाते है।
- हाइपोथायरायडिज्म की समस्या से पीड़ित महिलाओं में बांझपन की समस्या भी हो सकती है। थायराइड हार्मोन का उत्पादन कम होने से ओवयुलेशन बांधा आने से यह प्रजनन क्षमता को बांधित कर सकता है।
- थायराइड से पीड़ित महिलाओं के लिए दुखद की बात यह है यदि महिला गर्भवती है तो महिलाओं को गर्भपात होने की संभावना का खतरा बना रहता है। अगर यदि गर्भ ठहर भी जाए तो समय से पहले बेबी का जन्म हो सकता है।
- यदि किसी प्रेग्नेंट महिला को थायराइड की प्रॉब्लम है तो उसके बच्चे को भी थायराइड की समस्या हो सकती है। थायराइड हार्मोन की कमी की वजह से बच्चे को हदय और मस्तिष्क से संबंधित प्रॉब्लम हो सकती है इसलिए प्रेगनेंसी की स्थिति में डॉक्टरों के द्वारा महिलाओं का थायराइड टेस्ट किया जाता है।
इसलिए महिलाओं को समय-समय पर थायराइड हार्मोन का टेस्ट करवाना चाहिए। अगर समय पर थायराइड का इलाज नहीं कराते हैं तो शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की वजह से हार्ट अटैक और स्ट्रोक आने की संभावना भी बढ़ जाती है। महिलाओं में अगर ऐसे कोई भी लक्षण यदि आपको दिखाई दे तो इसे नजर अंदाज ना करे। आपकी एक छोटी सी लापरवाही की वजह से आपको बड़ी समस्या का सामना करना पड़ सकता है ऐसी स्थिति में महिलाए डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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