
बार बार टाइफाइड होने के कारण – Good Health Tips 4U
- admin
- 0
- Posted on
आज हम इस पोस्ट के माध्यम से जानेंगे कि बार बार टाइफाइड होने के कारण क्या है? कुछ लोग को बार बार टाइफाइड हो जाता है तो अक्सर लोगों के मन में भी कही न कही ऐसा प्रश्न रहता है। आज हम आपके प्रश्न का जवाब इस पोस्ट के माध्यम से देने वाले है इसके लिए आपको इस पोस्ट को अंत तक पढ़ना होगा।

बार बार टाइफाइड होने के कारण
आजकल हमारे गलत खानपान व खानपान पर ध्यान न देने के चलते ऐसी कई बिमारियां है जो लोगों को अपनी चपेट में लेती है उन्ही मे से टाइफाइड भी है। टाइफाइड होने की संभावना ज्यादातर बरसात के मौसम में होती है। टाइफाइड एक बहुत ही गंभीर बिमारी है जो कि जीवाणु के संक्रमण के कारण फैलती है। टायफाइड साल्मोनेला टायफी बैक्टीरिया की वजह से फैलने वाला घातक बुखार है। गन्दे जल एवं दूषित भोजन के माध्यम बैक्टीरियल इंफेक्शन होने की संभावना होती है। आप नही जानते होगे कि टायफाइड का यह साल्मोनेला टाइफी बैक्टीरिया नामक बैक्टीरिया पानी, गंदगी एवं सुखे मल में कई दिनों तक जीवित रहता है। अगर घर में किसी एक व्यक्ति को टाइफाइड है तो घर के दुसरे सदस्यों को भी होने की संभावना होती है।
टाइफाइड से संक्रमित व्यक्ति के द्वारा उपयोग की गई चीजों को अगर दुसरे व्यक्ति उपयोग में लाते है या तो संक्रमित व्यक्ति के जुठे खाद्य पदार्थ खाने से यह स्वस्थ व्यक्ति को भी संक्रमित कर देता है इस तरह एक व्यक्ति से दुसरे व्यक्ति में बैक्टीरिया प्रवेश करता है। यह बैक्टीरिया पानी या भोजन के माध्यम से हमारे शरीर में पहुंचकर पुरे शरीर में संक्रमण फैलता है। साल्मोनेला टाइफी नामक बैक्टीरिया खुन के माध्यम से ऊतक और अंगों में फैल जाता है। जब लिवर में पहुंचता है तब इनकी संख्या बढ़ जाती है तब यह बहुत ही खतरनाक हो जाता है टाइफाइड से पीड़ित व्यक्ति का विशेष ध्यान रखना होता है। टायफाइड का समय रहते इलाज न करवाया जाए तो यह बेहद ही घातक हो सकता है। आइए हम जानते है कि टाइफाइड के लक्षण क्या क्या हो सकते है ?
टाइफाइड के लक्षण-
- तेज बुखार आना
- सर्दी खांसी
- सिर दर्द
- ठंड लगना
- थकावट महसूस होना
- पैरों में दर्द
- जी मिचलाना एवं उल्टी होना
- कब्ज व डायरिया होना
- पेट दर्द होना
- ज्यादा संक्रमण की वजह से भुख कम लगना।
- इम्यून सिस्टम कमजोर होने की वजह से शरीर में कमजोरी महसूस होना।
एक बार ठीक होने के बावजूद भी टाइफाइड बार बार होता है इसका कारण यह है कि –
- टाइफाइड से पीड़ित व्यक्ति के द्वारा प्रॉपर तरीके से इसका ट्रीटमेंट न लेने से।
- कई बार प्रॉपर इलाज कराने के बावजूद भी पीड़ित व्यक्ति के शरीर में साल्मोनेला टायफी बैक्टीरिया प्रॉपर तरीके से खत्म नही हो पाता है जिससे फिर से टाइफाइड हो जाता है
- कई बार व्यक्ति में टाइफाइड के लक्षण नही दिखने की वजह से कई बार व्यक्ति दवाइयां लेना बंद कर देते है जिससे बैक्टीरिया मर नही पाता है और फिर उसकी ग्रोथ शुरू हो जाती है और व्यक्ति फिर संक्रमित हो जाता है।
टाइफाइड में क्या न खाएं
- टाइफाइड में व्यक्ति को अत्यधिक मसालेदार चीजों का सेवन नही करना चाहिए।
- तला भुना हुये खाद्य पदार्थ, मक्खन, घी, मिठाईयां इत्यादि खाने से बचें।
- भारी चीजें एवं देर से पचने वाले चीजों का सेवन ना करे।
- टाइफाइड वाले व्यक्ति को मांस एवं अंडा नही खाना चाहिए।
- काफी, ज्यादा चाय, स्मोकिंग से टाइफाइड वाले व्यक्ति को इन चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए।
टाइफाइड में क्या सावधानियां बरतनी चाहिए
- हाथों को साफ स्वच्छ रखें।
- कच्चा दूध न पिएं।
- खांसते और छिंकते समय मुंह को ढकें।
- आसपास गंदगी न होने दे।
- टाइफाइड से पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में किसी को नही आने देना चाहिए।
आज हमने इस पोस्ट के माध्यम से बताया कि बार बार टाइफाइड होने के कारण क्या है। टाइफाइड होने पर किसी तरह की लापरवाही ना करें बल्कि इसका सही समय पर उपचार कराएं। सही समय पर उपचार न करवाने की वजह से ये घातक हो सकता है। इसलिए हल्के लक्षण दिखने के बावजूद भी इसका इलाज जरूर करवाएं। हम उम्मीद करते है कि हमारे द्वारा साझा की गई जानकारी आपके लिए फायदेमंद होगी।
Also Read: खांसी में क्या नहीं खाना चाहिए